दिनांक 13 जनवरी 2014
है हिन्दु रच्छा दल,
या साम्प्रदायिक ता के दल -दल,
का "कमल "के अगल -बग़ल का,
है वह कोई छद्म दल।
किसी के इक बयान पर,
मचा इतना है वबाल।
क्यों ?किसके लिये कर रहें
है,उठता है सवाल।
तोड़ -फ़ोड़ करके,
बनते हो बड़े सूरमा।
भारतीय संस्कृति,
की गिराते हो गरिमा।
पाक़ व बग्ला देश में नित,
हिन्दू हो रहे बेहाल।
क्यों नही कूच करती,
हिन्दू सेना बनके ढाल।
है हिन्दु रच्छा दल,
या साम्प्रदायिक ता के दल -दल,
का "कमल "के अगल -बग़ल का,
है वह कोई छद्म दल।
किसी के इक बयान पर,
मचा इतना है वबाल।
क्यों ?किसके लिये कर रहें
है,उठता है सवाल।
तोड़ -फ़ोड़ करके,
बनते हो बड़े सूरमा।
भारतीय संस्कृति,
की गिराते हो गरिमा।
पाक़ व बग्ला देश में नित,
हिन्दू हो रहे बेहाल।
क्यों नही कूच करती,
हिन्दू सेना बनके ढाल।
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