लोग अपनो से बिछड़ जाते है ------
कर्फ्यू है एक विषम स्थित,
दंगो के बाद इसे लगाते है।
यह कैसी है बात ,बिना जुर्म
सामान्य लोग घरो में कैद किये जाते है।
दंगो को तो अधम,खूँखार आदमखोर
भेड़िये ही उकसाते है।
हिन्दू को मुस्लिम कभी -कभी
सिखों को मुसलमान से लड़ाते है।
शान्ति तार -तार हो जाती है।
लोग बाग बरबाद हो कर रह जाते है।
आशियाना बनाने में लगते है
अनगिनत वर्ष जो छड़ भर
में घरौदे टूट जाते है।
चमन का अमन नष्ट हो जाता है,
लोग अपनों से बिछड जाते है।
बाद दंगो के शुरू होती है,
सहानुभुति की लहर,
इसी बहाने कुछ लोग
राजनीति अपनी चमकते है। ।
कर्फ्यू है एक विषम स्थित,
दंगो के बाद इसे लगाते है।
यह कैसी है बात ,बिना जुर्म
सामान्य लोग घरो में कैद किये जाते है।
दंगो को तो अधम,खूँखार आदमखोर
भेड़िये ही उकसाते है।
हिन्दू को मुस्लिम कभी -कभी
सिखों को मुसलमान से लड़ाते है।
शान्ति तार -तार हो जाती है।
लोग बाग बरबाद हो कर रह जाते है।
आशियाना बनाने में लगते है
अनगिनत वर्ष जो छड़ भर
में घरौदे टूट जाते है।
चमन का अमन नष्ट हो जाता है,
लोग अपनों से बिछड जाते है।
बाद दंगो के शुरू होती है,
सहानुभुति की लहर,
इसी बहाने कुछ लोग
राजनीति अपनी चमकते है। ।
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