तुम्हें देखें सारा ज़माना ************
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दुश्मनों का काम है सदा,सरे राह काँटे बिछाना।
हमारा काम है चतुराई से बचके निकल जाना।
काँटों को क्यों न बना लो,तुम सुई अपनी बनाना।
कटी -फ़टी हुई तक़दीर को,बस उसे ही सिलवाना।
कुछ इस तरह सिलना अपनी तकदीर को तुम।
तुम यूँ देख़ो जमाने को,तुम्हें देखें सारा जमाना।
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दुश्मनों का काम है सदा,सरे राह काँटे बिछाना।
हमारा काम है चतुराई से बचके निकल जाना।
काँटों को क्यों न बना लो,तुम सुई अपनी बनाना।
कटी -फ़टी हुई तक़दीर को,बस उसे ही सिलवाना।
कुछ इस तरह सिलना अपनी तकदीर को तुम।
तुम यूँ देख़ो जमाने को,तुम्हें देखें सारा जमाना।
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