प्रकाशनार्थ :-
सम्पादक के नाम पत्र
================
वित्तीय समावेशन हेतु राष्ट्रीय मिशन के अन्तर्गत "प्रधान -मंत्री जन -धन -योजना के अनरूप राष्ट्रीय स्तर पर जन -समान्य के बचत खाते शिविर लगा कर खोले जा रहे है। यह बहुत अच्छी योजना लग रही है। आम -जनता,ग़रीब शोषित पीड़ित जन जिन्होने स्वप्न में भी नही सोचा होगा कि वह बैकिंग सेवा का लाभ उठा पायेगे। उन्हें यह अवसर प्राप्त होगा। साथ ही साथ योजना से जुड़े लाभ भी प्राप्त कर पाएंगे। निश्चय ही इस योजना के योजनाकार साधुवाद के पात्र है।
साथ ही एक प्रश्न जो अनुत्तरित है कि इस योजना के पूर्व लाखों लोगो ने "मनरेगा "की मजदूरी प्राप्त करने हेतु अपने बचत खाते बैंको में खोले है। इन्दिरा -आवास योजना वृद्धो व विधवा पेन्सन प्राप्त करने हेतु भी करोड़ो लोगो ने अपने खाते विभिन्न बैंको में खोले है। क्या इस योजना के लाभ प्राप्त कर पायेगे। क्योकि बैंको को निर्देश है कि उनका खाता इस योजना के तहत न खोला जाये जो पहले से खाताधारक है।
दिनेश कुमार अवस्थी
सी ४७७/ ऐ इन्द्रा नगर लखनऊ
सम्पादक के नाम पत्र
================
वित्तीय समावेशन हेतु राष्ट्रीय मिशन के अन्तर्गत "प्रधान -मंत्री जन -धन -योजना के अनरूप राष्ट्रीय स्तर पर जन -समान्य के बचत खाते शिविर लगा कर खोले जा रहे है। यह बहुत अच्छी योजना लग रही है। आम -जनता,ग़रीब शोषित पीड़ित जन जिन्होने स्वप्न में भी नही सोचा होगा कि वह बैकिंग सेवा का लाभ उठा पायेगे। उन्हें यह अवसर प्राप्त होगा। साथ ही साथ योजना से जुड़े लाभ भी प्राप्त कर पाएंगे। निश्चय ही इस योजना के योजनाकार साधुवाद के पात्र है।
साथ ही एक प्रश्न जो अनुत्तरित है कि इस योजना के पूर्व लाखों लोगो ने "मनरेगा "की मजदूरी प्राप्त करने हेतु अपने बचत खाते बैंको में खोले है। इन्दिरा -आवास योजना वृद्धो व विधवा पेन्सन प्राप्त करने हेतु भी करोड़ो लोगो ने अपने खाते विभिन्न बैंको में खोले है। क्या इस योजना के लाभ प्राप्त कर पायेगे। क्योकि बैंको को निर्देश है कि उनका खाता इस योजना के तहत न खोला जाये जो पहले से खाताधारक है।
दिनेश कुमार अवस्थी
सी ४७७/ ऐ इन्द्रा नगर लखनऊ
No comments:
Post a Comment