कौन कहता है कि --------
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कौन कहता है कि आप चल नही सकते,
ज़रा हिम्मत तो बढ़ाओ,तो कोई बात बने।
सुप्त -लुप्त हो गई आन्तरिक ताकतों को,
उन्हेँ फिर से जगाओं तो कोई बात बने।
उम्र दराज़ होने का शरीर पर असर पड़ता है,
यौवन फिर से ले आओ तो कोई बात बने।
इतिहास,पुराण गवाह है वृद्ध जवान होते है,
कोई संजीवनी ले आओ तो कोई बात बने।
ययाति ने भी माँगा था यौवन पुत्रो से,
बिता वक़्त वापस ले आओ तो कोई बात बने।
निकाल फेंको तनाव अपने जीवन से,
देखों हो जाओगे जवान तो कोई बात बने।
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कौन कहता है कि आप चल नही सकते,
ज़रा हिम्मत तो बढ़ाओ,तो कोई बात बने।
सुप्त -लुप्त हो गई आन्तरिक ताकतों को,
उन्हेँ फिर से जगाओं तो कोई बात बने।
उम्र दराज़ होने का शरीर पर असर पड़ता है,
यौवन फिर से ले आओ तो कोई बात बने।
इतिहास,पुराण गवाह है वृद्ध जवान होते है,
कोई संजीवनी ले आओ तो कोई बात बने।
ययाति ने भी माँगा था यौवन पुत्रो से,
बिता वक़्त वापस ले आओ तो कोई बात बने।
निकाल फेंको तनाव अपने जीवन से,
देखों हो जाओगे जवान तो कोई बात बने।
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