धधकती चिताएं ************
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धधकती चिताएं,
नव -विवाहितो की पूछती जग से,
दहेज़ का ज़ालिम दानवी मुँख,
कब तक बन्द होगा।
कई नव -विवाहिते गुजर गयी,
जीने की हसरतें लिये,
उनके जीने की राह का,
बन्दोबस्त कब होगा।
दहेज़ की मांग को लेकर,
प्रतिदिन सतायी जाती है क्यों ?
लालची इन्सानो की,
हवस का अन्त कब होगा।
नाग -पंचमी के दिन,
गुड़ियों को पीटा जाता है क्यों ?
आदम जमाने से चला आ रहा,
चलन कब बन्द होगा।
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धधकती चिताएं,
नव -विवाहितो की पूछती जग से,
दहेज़ का ज़ालिम दानवी मुँख,
कब तक बन्द होगा।
कई नव -विवाहिते गुजर गयी,
जीने की हसरतें लिये,
उनके जीने की राह का,
बन्दोबस्त कब होगा।
दहेज़ की मांग को लेकर,
प्रतिदिन सतायी जाती है क्यों ?
लालची इन्सानो की,
हवस का अन्त कब होगा।
नाग -पंचमी के दिन,
गुड़ियों को पीटा जाता है क्यों ?
आदम जमाने से चला आ रहा,
चलन कब बन्द होगा।
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