सितम्बर माह का पहला सप्ताह ************
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सितम्बर माह का पहला सप्ताह,
खत्म हुआ लम्बा इन्तजार।
सूर्य का हठ था,हार नही डटा रहूँगा,
बदलो ने भी की खूब बौछार।
खिली -खिली मनचली धूप भी थी,
लेकिन मेघो ने भी नही मानी हार।
झूम कर बरस रही थी बरखा,
खेतों में मनाने लगे लोग त्यौहार।
कही -कही भीषण सूखा रहा कायम,
कही होती रही ज़ोरदार बरसात।
बादलों ने भी सूर्य से की लुका -छुपी,
वह खेल -खेल में करते मनुहार।
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सितम्बर माह का पहला सप्ताह,
खत्म हुआ लम्बा इन्तजार।
सूर्य का हठ था,हार नही डटा रहूँगा,
बदलो ने भी की खूब बौछार।
खिली -खिली मनचली धूप भी थी,
लेकिन मेघो ने भी नही मानी हार।
झूम कर बरस रही थी बरखा,
खेतों में मनाने लगे लोग त्यौहार।
कही -कही भीषण सूखा रहा कायम,
कही होती रही ज़ोरदार बरसात।
बादलों ने भी सूर्य से की लुका -छुपी,
वह खेल -खेल में करते मनुहार।
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