कसम है मोदी तुमको **************
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दबी -छुपी ज़ुबान से क्यों क़ह रहे हो,
चीन को विस्तारवादी।
वह तो स्वयं सिद्ध है विस्तारवादी।
पहले तो हड़पा तिब्बत को,
उन्नीस सौ 62 में
सैकड़ो वर्ग मील धरती भारत की
कब्जियाई।
यदा -कदा दावा ठोकता है,
अरुणांचल में उसको जरा भी,
शर्म नही आयी।
हाथ मिलाया नापाक पाक से
आज़ाद कश्मीर की धरती भी,
उसके कब्जे आयी।
लोक -सभा के चुनाव में,
बहुत बाँह सिकोड़ी है,
छाती आपकी सबसे ज्यादा चौड़ी है।
आ रहे है चीन के प्रधान -सेवक,
कसम है मोदी तुमको
जो धरती न उनसे छुड़वाई।
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दबी -छुपी ज़ुबान से क्यों क़ह रहे हो,
चीन को विस्तारवादी।
वह तो स्वयं सिद्ध है विस्तारवादी।
पहले तो हड़पा तिब्बत को,
उन्नीस सौ 62 में
सैकड़ो वर्ग मील धरती भारत की
कब्जियाई।
यदा -कदा दावा ठोकता है,
अरुणांचल में उसको जरा भी,
शर्म नही आयी।
हाथ मिलाया नापाक पाक से
आज़ाद कश्मीर की धरती भी,
उसके कब्जे आयी।
लोक -सभा के चुनाव में,
बहुत बाँह सिकोड़ी है,
छाती आपकी सबसे ज्यादा चौड़ी है।
आ रहे है चीन के प्रधान -सेवक,
कसम है मोदी तुमको
जो धरती न उनसे छुड़वाई।
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